आज के विचार
१. अँधेरा कितना भी घना हो वह उजाले से सदा नीचे रहता है. ठीक उसी प्रकार मनुष्य की बुराई कितनी भी बड़ी हो वह अच्छाई से सदैव पराजित हो जाती हैं। अतः आप अच्छाई का मार्ग अपना के देखिये विश्वास कीजिये आपकी बुराई सदियों के लिए दूर हो जाएगी।
शेष नाथ १०/०८/२०१५
२. इस सारे संसार में केवल एक ही प्राणी है जो आपको समझ सकता हैं , वह कोई और नहीं बल्कि तुम स्वयं हो. अतार्थ स्वयं को परखो और बुराई हिंसा व् अत्याचार का मार्ग छोड़कर न्याय धर्म व् अहिंषा का मार्ग अपनाओ , विश्वास करो तुम कदाचित बुरे नहीं हो।
शेष नाथ १०/०८/२०१५
३. अगर तुम्हे कोई बुरा कहता है तुम उसका जबाब क्यों देते हो , क्योकि तुम भी बुरे हो। अच्छा आदमी भला बुराई को कब देखता हैं। उसका नजर तो हमेसा अच्छाई ढूढने में होता हैं। तुम बुरे नहीं हो अतः बुराई मत ढूढो।
शेष नाथ १०/०८/२०१५
४. एक अनजान ब्यक्ति ने तुम्हे कह दिया की मैं तुम्हारा गुरु हु तुमने आँखे बंद करके उसके पीछे चल दिया , मगर जब तुम्हारे माता-पिता ने तुमसे कहा तो तुमने क्यों नहीं सुना , क्योकि की वे तुम्हारे साथ रहते है. मुर्ख अज्ञानी मनुष्य जो हमेसा तुम्हे अच्छाई का मार्ग बताये और हमेसा तुम्हारे साथ रहे वही गुरु हैं और वही ईश्वर हैं.
शेष नाथ १०/०८/२०१५
५. परमात्मा तुम्हारे साथ हैं तुम ब्यर्थ में क्यों डरते हो? किससे डरते हो ? कौन हैं जो तुम्हे पराजित कर सकता हैं ? कोई नहीं। तुम अच्छे कर्म करके देखो तुम सदा विजयी रहोगे। क्योकि डरना पाप से चाहिए क्योकि पाप मृत्यु की ओर ले जाता हैं, और पुण्य अमरता ओर। तुम खुद सोच लो की तुम्हे किधर जाना हैं।
शेष नाथ १०/०८/२०१५
No comments:
Post a Comment